hindi kahani
प्रभाव से गद्य लिखा गया। अंग्रेजों ने हिन्दी गद्य के विकास के लिय जिन लेखकों को
कहानियाँ लिखी । बैगन का पौधा, झेलम के सात पुल छीटे आदि कहानी - संग्रह इनके इन्हीं
आज मिस्टर शामनाथ के घर चीफ़ की दावत थी। शामनाथ और उनकी धर्मपत्नी को पसीना पोंछने की फ़ुर्सत न थी। पत्नी ड्रेसिंग गाउन पहने, उलझे हुए बालों का जूड़ा बनाए मुँह पर फैली हुई सुर्ख़ी और पाउडर को मले और मिस्टर शामनाथ सिगरेट पर सिगरेट फूँकते हुए चीज़ों की भीष्म साहनी
हैं जिन्होंने मानव के मानसिक अन्तर्द्वन्द्वों और गूढ़ रहस्यों को परखने का यत्न
सामान्य मध्यमवर्ती मोहल्लों से है। इनकी अनेक कहानियाँ मानवीय संवदनाओं की
कहानी तत्वों की कसौटी पर खरी उतरती है। इन कहानियों के शीर्षक, कथानक, कथोपकथन, चरित्र चित्रण, पात्र, उद्देश्य, देशकाल - वातावरण
लंगड़ा राक्षस भाग १ राजा विजयकेतु सच्चा प्रजापालक था। उसके राज्य में पूर्णरूप से सुख-समृद्धि का निवास था। उसके इस यश और वैभव को देखकर उसके पड़ोसी राजा ईर्ष्या किया करते थे। एक बार राजा अपनी नवोढ़ा ...
कहानियाँ धीरे-धीरे यथार्थ की और उन्मुख हुई, लेकिन इस यथार्थ का रूप ऐसा नहीं था जैसा कि प्रेमचन्द की
दिसंबर का महीना चल रहा था। कड़ाके की ठंड पड़ रही थी। स्कूल-कॉलेज सब खुले हुए थे। पर ठंड अधिक पड़ने के कारण बच्चें कम ही आ रहें थे। प्रिया भी रोज की तरह अपने कॉलेज जाती थी। काॅलेज ...
हथेली पर बाल क्यों नहीं उगते? : अकबर बीरबल
बड़े-बड़े मकानों, बड़ी-बड़ी दूकानों, लंबी-चौड़ी सड़कों, एक से एक बढ़ के कारख़ानों और रोज़गारियों की बहुतायत ही के सबब से नहीं, बल्कि अंग्रेज़ो की कृपा से सैर तमाशे का घर बने रहने और समुद्र का पड़ोसी होने तथा जहाज़ी तिजारत की बदौलत आला दरजे की तरक़्क़ी माधव प्रसाद मिश्र
वह कौन-सा मनुष्य है जिसने महा-प्रतापी राजा भोज महाराज का नाम न सुना हो! उसकी महिमा और कीर्ति तो सारे जगत् में व्याप रही है, और बड़े-बड़े महिपाल उसका नाम सुनते ही काँप उठते थे और बड़े-बड़े भूपति उसके पाँव पर अपना सिर नवाते। सेना उसकी समुद्र की तरंगों राजा शिवप्रसाद सितारे हिंद
मुंशी प्रेमचन्द को रखकर हम तीन चरणों में बाँटते हैं -